जब मेरा इस प्रोग्राम के लिये चयन हुआ तो मुझे अच्छा नही लगा. मुझे लगा कि मै ऐसे पद पर कार्य कर रहा हू जहा से मुझे हटा कर अन्य कार्य दिया जा सकता है. अर्थात बैन्क मे मेरा पद महत्वहीन है.
मगर इस प्रोग्राम मे भाग लेकर मेरा नज़रिया ही बदल गया है. मुझे अब लगता है कि पद से ज्यादा व्यक्ति की मानसिकता ज्यादा महत्वपूर्ण है. अत: जैसी हमारी मानसिकता होगी वैसे ही हमे फल प्राप्त होगे.
मुझे एक नागरिक बनने की प्रेरणा मिली है ताकि मै सकारात्मक योगदान देकर अपने जीवन मे, कार्यालय मे, परिवार मे बदलाव ला सकू. मै अब प्रयास करुगा कि घर मे, समाज मे, आफ़िस मे अच्छा Human being बन कर व्यवहार करु.
Citizen SBI कार्यक्रम मुझे बेहद प्रेरक लगा. इस कार्यक्रम मे भाग लेकर मै अच्छा अनुभव कर रहा हू एवम मै Outer Fruits पाने के अतिरिक्त Inner Fruits पाने की दिशा मे भी काम करुगा. मै एक अच्छा इन्सान बनूगा तथा एक अच्छा Citizen SBI बना रहूगा.
आय. एस. वशिष्ठ
सहायक महाप्रन्बधक
आर.एस. आय.ए.
स्टेट बैन्क आफ इन्दॊर
प्रधान कार्यालय
इन्दॊर
Tuesday, February 9, 2010
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Dear Shri Bisht,
ReplyDeleteThank u for the feedbacks, reading which one is tempted to just imagine the transformation that is likely to take place in 24 months to follow. Thanks again and request you to keep in touch like this.
Ajay Puranik