मेरी समझ, बुद्धि तथा काम करने के तरीको मे तारतम्य नही था. किसी भी दिये गये काम को केसे करना है इस्कि कोइ कार्य योज्ना नही होती थी. अर्थात मै केवल एक दीवार बनाने की पर्क्रिया मे भागीदारी करता था. यह दीवार एक मकान दुकान अथवा कपाउन्ध वाल होगी इस्की मुझे जान्करी नही होती थी.
Citizenship के इस समझ से मुझे मै जो कर रहा हू, वह दीवार बनाने का कार्य है तथा यह दीवार एक घर की दीवार है. जिस पर एक छत के आने से एक छोटा सा परिवार उसका उपयोग रहने मे करेगा.
भविष्य मे मै मेरे काम को तथा सोच को इटे जमाने के काम से आगे बढकर एक घर की दीवार के रूप मे कल्पना कर न केवल अधिक व्यवथित तथा मजबूती के अलावा सुन्दर दीवार का निर्मान करुगा.
Citizenship के विचार को मैने इस उधाहरन के माध्यम से सीखने का प्रयास किया है.
R.A. DATAR
C.M.(V.A.)
STATE BANK OF INDORE
HEAD OFFICE,
INDORE
Monday, February 8, 2010
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