A Chronicle of Enlightened Citizenship Movement in the State Bank of India

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Saturday, January 9, 2010

मनमोहन सा बढ़ना है

सिटिज़न एस बी आई

सिखलाता है हम सबको
टीस किसी को मत देना

जब भी मौका मिले हमें
नयनों में खुशियाँ भर देना

एक - एक का मूल्य बहुत है
सबकी बातें छोडें हम

बीत गया सो बीत गया
आगे की सुधि अब लेलें हम

ईश्वर ने हमको जन्म दिया
प्रयास प्रगति का करना है

थकना थमना छोड़ हमें
मनमोहन सा बढ़ना है

राम मोहन गुप्त अमर
विशेष सहायक
गोला गोकर्णनाथ
खीरी
उत्तर प्रदेश

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