जीवन में हर सुबह एक सच्चे मित्र की तरह , नित्य नये अभिनव उपहार लेकर आती है । कल सुबह का भी सूरज आपके लिए नये -अभिनव उपहार लेकर हाजिर होगा , आप आदर पूर्वक उठकर उत्साह से उसका स्वागत कर सुपर सिटिज़न बनने का उस से वायदा करें , तब वह भी हर दिन नये-नये उपहार देने का वो वायदा कर देगा। आत्म -सुधार ही संसार की सबसे बड़ी सेवा है , और यही सिटीजन एसबीई का उद्देश्य है ।
नये साल की शुभकामनाएं
जय प्रकाश पाण्डेय
माइक्रो फाईनेंस शाखा भोपाल
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